आस्था अपडेट ,रामायण में जीवन से जुड़ी सभी परेशानियों के हल को बताया गया है। इसलिए रोजाना इसका पाठ पढ़ने की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि जिस घर में रामायण होती हैं वहा नकारात्मक शक्तियों का वास नहीं होता है। साथ ही व्यक्ति के सभी दुख और तकलीफों का भी निवारण हो जाता है। रामायण बहुत ही पवित्र ग्रंथ है जिसमें भगवान राम के जीवन के सभी संघर्ष का उल्लेख किया गया है। आज भी कुछ घरों में रामायण पढ़ी जाती है। यही नहीं राम जी की पूरे दरबार के साथ पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर में राम दरबार लगाकर पूजा करने से परिवार के संकट टल जाते है और राम जी की भी कृपा बनी रहती है। आमतौर पर दिवाली के दिन राम दरबार की पूजा की जाती है क्योंकि, इस दिन भगवान राम 14 वर्ष के बाद अयोध्या लौटे थे। हालांकि, अन्य दिनों में भी राम दरबार की पूजा की जाती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि घरों में राम दरबार लगाने का क्या महत्व है। साथ ही इसके मुख्य सदस्य कौन है ये भी जान लेते हैं।
राम दरबार के मुख्य सदस्य कौन है
राम दरबार राम जी का दरबार है जिसमें वह पत्नी सीता, भाई लक्ष्मण और अपने भक्त हनुमान के साथ बैठे हैं। यह भगवान राम के राज्य और उनके नियमों का एक दृश्य प्रतिनिधित्व है। उनके शासन को अक्सर चित्रों, मूर्तियों आदि के रूप में चित्रित किया गया था। इसे राम राज्य के नाम से भी जाना जाता है।
घरों में राम दरबार का महत्व :– हर घर में राम दरबार की रोजाना पूजा की जाती है। माना जाता है कि भगवान राम की पूरे दरबार के साथ पूजा अर्चना करने से घर में सद्भाव और सौभाग्य आता है। साथ ही घर से नकारात्मकता दूर रहती हैं। हालांकि, कुछ लोग त्योहारों में ही रामदरबार लगाते हैं व उसकी पूजा करते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार रोजाना राम दरबार की पूजा करने से मोक्ष और मुक्ति मिलती है और कुंडली के ग्रह दोष भी दूर होते हैं।
पूजन विधि
राम दरबार की पूजा विधिनुसार की जाती है। ये विधि निम्नलिखित हैं-
सबसे पहले राम दरबार को गंगा जल से साफ करें।
इसके बाद राम दरबार को वस्त्र अर्पित करें। अगर संभव है तो पीले रंग के कपड़े को अर्पित करें।
अब भगवान राम जी के आगे पुष्प, रोली अक्षत से पूजा करना शुरू करें। इस दौरान धूप बत्ती व दिया जला दें।
इसके बाद आरती करना शुरू कर दें।
बाद में प्रसाद ग्रहण करके ही पूजा समाप्त कर सकते हैं।