कुल्लू अपडेट , जिला मुख्यालय कुल्लू के साथ सटी खराहल घाटी की नौ ग्राम पंचायतों में सिंचाई और पेयजल संबंधी किल्लत अब नहीं रहेगी। घाटी के लिए 12.25 करोड़ की लागत से एक सिंचाई और एक पेयजल योजना का निर्माण किया गया है। जल शक्ति विभाग की न्योली- थरमाण उठाऊ सिंचाई और व्यास से 16 टंकी (शलाधरा) उठाऊ पेयजल योजना का लाभ घाटी की करीब 15,000 की आबादी को मिलेगा। दोनों योजनाओं का लगभग 95 फीसदी कार्य पूर्ण कर लिया गया है। मार्च के पहले सप्ताह तक इन योजनाओं को आरंभ कर घाटीवासियों को राहत प्रदान की जाएगी। इससे ग्रामीणों की बारिश और बावड़ियों पर से निर्भरता कम हो जाएगी। जिला मुख्यालय के वामतट पर स्थित शांगरीबाग से न्योली-थरमाण उठाऊ सिंचाई योजना के लिए व्यास से पानी उठाया जाएगा। इससे खराहल घाटी की ग्राम पंचायत ग्राहण और न्योली के किसानों बागवानों को सिंचाई कार्यों के लिए पानी की किल्लत नहीं सताएगी। इस उठाऊ सिंचाई योजना का नवीनीकरण विभाग की ओर से किया गया है। घाटी की सात ग्राम पंचायतों के लिए वामतट पर स्थित तलोगी से व्यास का पानी 16 टंकी (शलाधरा) उठाऊ पेयजल योजना के तहत उठाया जाएगा। इससे ग्राम पंचायत तलोगी, सेऊगी, चंसारी, बंदल, चताणी, पुईद और चौकी डोभी में पेयजल समस्या नहीं रहेगी।
जल शक्ति विभाग के सहायक अभियंता अंकित विष्ट ने बताया की खराहल घाटी की नौ ग्राम पंचायतों में दो के लिए उठाऊ सिंचाई और सात के लिए उठाऊ पेयजल योजना का निर्माण किया गया है। विभागीय तौर पर दोनों योजनाओं का कार्य लगभग पूरा कर दिया गया है। न्योली-थरमाण उठाऊ सिंचाई योजना पर 2.75 करोड़ और ब्यास से 16 टंकी (शलाधरा) उठाऊ पेयजल योजना पर 9.50 करोड़ रुपये का बजट खर्च किया गया है।
जल शक्ति विभाग के कनिष्ठ अभियंता ओम प्रकाश ने कहा कि न्योली-थरमाण उठाऊ सिंचाई और व्यास से 16 टंकी (शलाधरा) उठाऊ पेयजल योजना का कार्य 95 फीसदी पूरा कर दिया गया है। कुछ छोटे कार्य शेष हैं, जिन्हें जल्द पूरा कर दिया जाएगा।