आस्था अपडेट ,महाशिवरात्रि का पर्व शिव भक्तों के लिए सबसे बड़ा और खास त्योहार माना जाता है। इस दिन शिव जी को प्रसन्न करना सबसे आसान होता है, क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ धरती पर मौजूद सभी शिवलिंगों में विराजमान होते हैं। साथ ही कहा जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन शिव जी और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस पवित्र दिन पर भक्त व्रत-उपवास करते हैं और शिव शंभू के साथ देवी पार्वती की पूजा अर्चना करते हैं। इस साल 08 मार्च को महाशिवरात्रि है। इस बार की महाशिवरात्रि बहुत ही खास मानी जा रही है, क्योंकि इस बार महाशिवरात्रि के दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में इस बार शिव जी की पूजा अधिक फलदाई मानी जा रही है। चलिए जानते हैं महाशिवरात्रि के दिन बनने वाले शुभ योगों के बारे में
महाशिवरात्रि पर बन रहे दुर्लभ योग :- पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 8 मार्च को रात्रि 09 बजकर 57 से शुरू होगी। अगले दिन इस तिथि का समापन 09 मार्च को शाम 06 बजकर 17 मिनट पर होगा।
महाशिवरात्रि 4 शुभ योग
महाशिवरात्रि पर पूजा का मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग – सुबह 06 बजकर 38 मिनट से 10 बजकर 41 मिनट तक
शिव योग – 9 मार्च को सूर्योदय रात्रि 12 बजकर 46 मिनट तक
सिद्ध योग – 9 मार्च को रात्रि 12 बजकर 46 मिनट से 08 बजकर 32 मिनट तक
श्रवण नक्षत्र- सुबह 10 बजकर 41 मिनट तक।
सर्वार्थ सिद्धि योग :- सर्वार्थ सिद्धि योग को बहुत शुभ माना जाता है। इस योग में किए गए सभी कार्य सफल होते हैं।
शिव योग :- महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव योग बनना शुभ माना जा रहा है। इस योग में ध्यान करना और मंत्र जाप करना अच्छा माना जाता है। इस शुभ समय भोलेनाथ की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
सिद्ध योग :-मान्यताओं के अनुसार सिद्ध योग भगवान गणेश से जुड़ा हुआ है। यह योग आपके सभी कार्यों में सफलता प्रदान करता है।
श्रवण नक्षत्र :- श्रवण नक्षत्र के स्वामी शनि देव को माना जाता है। साथ ही यह नक्षत्र अपनी शुभता के लिए जाना जाता है। श्रवण नक्षत्र में किए गए कार्य का फल शुभ ही होता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक धनवान, प्रसिद्ध और सुखी होते हैं।