लाइफस्टाइल (हेल्थ एंड फिटनेस ),शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने के कारण शरीर में सूजन की समस्या हो सकती है. कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना और पैरों में सूजन दिल से जुड़ी बीमारी के संकेत हो सकते हैं. पैरों की सूजन, कंजेस्टिव हार्ट फेलियर के संकेत हो सकते हैं.
कंजेस्टिव हार्ट फेलियर एक गंभीर बीमारी होती है. इस बीमारी में हार्ट को ब्लड पंप करने में कई तरह की दिक्कत होती है. ब्लड सर्कुलेशन में भी अगर दिक्कत होती है तो पैरों में वाटर रिटेशन की समस्या होती है. जिसके कारण पैरों में सूजन दिखने लगते हैं. पैरों में दिखाई देने वाले सूजन दिल की बीमारी के शुरुआती संकेत हो सकते हैं. आइए जानें इसके बचाव का तरीका।
दिल की बीमारी के शुरुआती संकेत पैरों में देते हैं दिखाई :- पैरों की सूजन को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए यह कई गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ाता है. पैरों, टखनों और पेट में सूजन होने से दिल से जुड़ी बीमारियों का जोखिम बढ़ता है. इस स्थिति में कंजेस्टिव हार्ट फैलियर के संकेत हो सकते हैं. टांगों और पैरों में होने वाली सूजन को पेरिफेरल एडिमा कहा जाता है. यह लोगों में हार्ट फेल होने के शुरुआती संकेत हो सकते हैं. इस बीमारी के कारण पैरों में भारीपन हो सकता है. साथ ही त्वचा में सूजन दिखाई दे सकता है. निशान भी पड़ सकते हैं. जूते पहनने में दिक्कत हो सकती है. सूजन की वजह से पैरों में गर्मी और सख्त भी हो सकती है. दिल से जुड़ी बीमारी अक्सर खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण होती है. ऐसे में सबसे जरूरी है कि आप अपने डाइट में खास बदलाव करें. इस दौरान ऑयली चीजें न खाएं. साथ ही एडिमा को कम करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करें. पैरों की सूजन को कम करने के लिए खाने में कम से कम नमक खाएं. शरीर में जब सोडियम की मात्रा बढ़ती है तो सूजन का कारण बन सकती है. ऐसी स्थिति में बिना समय गवाएं डॉक्टर को जरूर दिखाएं.