Search
Close this search box.

तीर्थन घाटी के उद्यान प्रसार केंद्र गुशैनी में नहीं पहुंची पर्याप्त दवाइयां, खाली हाथ लौटे बागवान

कुल्लू अपडेट,जिला कुल्लू उपमंडल बंजार की तीर्थन घाटी के केन्द्र बिन्दु गुशैनी में यहां की आठ ग्राम पंचायतों के लिए उद्यान विभाग द्वारा दवा वितरण केन्द्र खोला गया। हजारों की आबादी वाली इन स्थानीय पंचायतों में करीब 2500 परिवार सेब की खेती करते है जो कि उद्यान विभाग के पास पंजीकृत कार्ड होल्डर है। इन बागवानों को समय और शेड्यूल के मुताबिक विभाग की ओर से अनुदान पर मिलने वाली कीटनाशक दवाएं और स्प्रे उपलब्ध नहीं हो रही है जिस कारण लोगों में भारी रोष व्याप्त है।

सेब उत्पादक संघ बंजार के अध्यक्ष मोहर सिंह ठाकुर द्वारा मीडिया के माध्यम से जब यह मुद्दा उठाया तो विभाग द्वारा 2 अप्रैल मंगलवार को गुशैनी केन्द्र में दवा पहुंचाई गई। सुबह 9 बजे से ही घाटी के सैंकडों बागवान गुशैनी में पहुंचे थे। इस दौरान वितरण केन्द्र में मात्र 40-50 बागवानों को ही विभाग की ओर से दवाइयां उपलब्ध हो पाई जबकि दूर दराज गावों से दवा लेने आए करीब 60 बागवानों को खाली हाथ लौटना पड़ा। अपने व्यस्त समय में से दिन निकालकर दवा लेने गुशैनी पहुंचे कई बागवानों को निराशा हाथ लगी जिस कारण लोगों ने शासन प्रशासन के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की है।

लोगों ने बताया कि बागवानी विभाग शेड्यूल के मुताबिक ग्रीन टिप अवस्था पर डोडीन या जीराम और हॉर्टिकल्चर मिनरल ऑयल की स्प्रे होती है, लेकिन विभाग द्वारा गुशैनी केंद्र में मात्र 40 बागवानों को मैनकोज़ेब और अलांटो दी गई जो की पिंक वर्ल्ड स्टेज की दवा है ग्रीन टिप अवस्था की दवा बागवानो को महंगे दामों पर बाजार से खरीदनी पड़ी।

इस दौरान मौजूद रहे स्थानीय बागवानों रीत राम, रनजीत मेहता, जीवनलाल, दीवान चंद, चुन्नीलाल, मेहर चंद, ओम दत्त, कमल सिंह, हमेश चौहान, संगत राम, रोशन लाल, शेर सिंह, ठाकुर दास और आलम चंद आदि ने कहा यह और अन्य लोग सुबह 9 बजे ही दवा वितरण केन्द्र गुशैनी में पहुंच गए थे लेकिन दवा का वितरण करीब 12 बजे शुरु हुआ। इस दौरान भी मात्र 40-50 किसानों को ही दूसरे स्टेज पिंक बर्ड की दवा उपलब्ध हो सकी जबकि अभी तक पहले स्टेज ग्रीन टीप की दवा नहीं मिली है। इसके अलावा यहां पर पहुंचे करीब 60 बागवानों को खाली हाथ ही अपने घर लौटना पड़ा। लोगों का कहना है कि पिछ्ले साल सेब की फसल खराब रहने की वजह से इस समय बागवानों के आर्थिक हालात ठीक नहीं है। ऐसी स्थिति में लोग बाजार से महंगे दामों पर फफुन्द नाशक और कीटनाशक नहीं खरीद सकते क्योंकि गत वर्ष सेब की फसल अच्छी ना होने से बागवान कर्ज में डूबे हुये हैं।
लोगों ने शासन प्रशासन से गुहार लगाई है कि यहां की ग्राम पंचायत मशियार, शिल्ही, तुंग, शरची, नोहंडा, पेखड़ी, कंडीधार, कलवारी व श्रीकोट के सैंकडों बागवानों को गुशैनी केन्द्र में समय और शेड्यूल के मुताबिक दवाइयां उपलब्ध करवाई जाए ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके।

उधर उद्यान प्रसार अधिकारी बंजार से प्राप्त जानकारी के अनुसार 5 अप्रैल शुक्रवार को दवा वितरण केन्द्र गुशैनी में स्थानीय पंचायतों के कार्डधारकों को पुनः दवाईयां बांटी जाएगी। जो भी बागवान दवा लेने से वंचित रह गए है वह इस दिन गुशैनी में आकर दवाईयां और कीटनाशक ले सकते है।

उप निदेशक बागवानी विभाग कुल्लू बीएम चौहान ने बताया कि इनके स्टॉक में सभी प्रकार की दवाइयां पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। हर ब्लॉक के उद्यान प्रसार केन्द्रों में बागवानों को समय और शेड्यूल के तहत ही वितरण किया जा रहा है। इन्होंने बताया कि पहली ग्रीन टिप स्टेज की दवाएं बंजार ब्लॉक के तीनों प्रसार केन्द्रों में भेज दी गई है जबकि कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दुसरी स्टेज पिंक बड की दवा भी वितरित की गई है। जिन बागवानों को प्रथम स्टेज की दवा नहीं मिली हो तो उन्हें प्रसार केन्द्र के माध्यम पहुंचाई जाएगी क्योंकि स्टॉक में दवाइयों की कोई भी कमी नहीं है।

एपीएमसी कुल्लू एवं लाहौल स्पीति के अध्यक्ष राम सिंह मियां ने बताया कि इनके ध्यान में अभी यह मामला नहीं आया है। तीर्थन घाटी के बागवानों को प्रसार केन्द्र गुशैनी में समय समय पर कीटनाशक दवाईयां मिलती रहे इस बारे उद्यान विभाग के उच्चाधिकारियों को निर्देश दिया जाएगा। इन्होंने बताया कि बागवानों की समस्यायों और मुद्दो को हिमाचल प्रदेश सरकार के समक्ष उठाया जाएगा।

सेब उत्पादक संघ बंजार के अध्यक्ष एवं ग्राम पंचायत शिल्ली के उप प्रधान मोहर सिंह ठाकुर ने बताया कि हम विभाग को चेताना चाहते है। इन्होंने कहा कि यदि तय शेड्यूल के मुताबिक पंजीकृत उद्यान कार्डों के आधार पर बागवानों को दवाइयां वितरित नहीं की गई तो आने वाले समय में बागवान सरकार व विभाग के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करेंगे।

Kullu Update
Author: Kullu Update

यह भी पढ़ें

टॉप स्टोरीज