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तीर्थन घाटी गुशैनी में धूमधाम से मनाई गई यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल की दसवीं वर्षगांठ

कुल्लू अपडेट,जिला कुल्लू उपमंडल बंजार की तीर्थन घाटी के ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क शाईरोपा परिसर में वन विभाग की वन्य प्राणी विंग द्वारा आयोजित पांच दिवसीय विश्व धरोहर उत्सव-2023 का आज मुख्य अतिथि मुख्य संसदीय सचिव सुन्दर सिंह ठाकुर  द्वारा विधिवत रूप से समापन किया गया है। 

यह उत्सव ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क को 25 जुन 2014 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल का दर्जा मिलने की खुशी में दसवीं वर्षगांठ के रुप में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त पीसीसीएफ अनिल ठाकुर, सीसीएफ बिलासपुर अनिल शर्मा, सीसीएफ मण्डी अजीत राठौर, सीएफ कुल्लू बसु कौशल, डीएफओ बंजार मनोज, एसडीएम बंजार हेम चन्द वर्मा, नायब तहसीलदार प्रीथी सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राम सिंह मियां, दलीप विष्ट, बंजार ब्लॉक चेयरमैन लता देवी, जिला परिषद सदस्य मान सिंह, तीर्थन घाटी की स्थानीय ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधि और अन्य विभागीय अधिकारी गण विशेष रूप से उपस्थित रहे।
पार्क निदेशक मीरा शर्मा द्वारा मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य लोगों का टोपी मफलर पहनाकर पारंपरिक तरीके से स्वागत किया।

इस उत्सव के दौरान ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क की तीर्थन रेंज शाईरोपा परिसर में पांच दिनों तक अनेकों गतिविधियां और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें प्रश्नोउतरी क्विज प्रतियोगिता, मिनी मैराथन के योगा सत्र, नेचर वॉक, जैसी अन्य कई गतिविधियां आयोजित करवाई गई। इसके अलावा स्थानीय महिला मंडलों व स्वयं सहायता समूहों द्वारा  सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। ईको जॉन में स्थित कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा स्थानीय उत्पादों और जहर मुक्त प्राकृतिक रूप से उगाए कुछ फलों के स्टॉल भी लगाए गए थे जो इस मेले में आकर्षण का केन्द्र रहे। इसके अलावा वन रक्षक विनय कुमार द्वारा बनाई गई डाक्यूमेंट्री को भी लोगों ने खूब सराहा है जिसे स्क्रीन पर देखने में लोगों ने खूब दिलचस्पी दिखाई है। बाहरी राज्यों से आए कुछ पर्यटकों ने भी इस उत्सव में हिस्सा लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ स्थानीय पारंपरिक उत्पादों और रसायन मुक्त फलों का भरपुर लुल्फ उठाया।

मुख्य संसदीय सचिव सुन्दर सिंह ठाकुर ने मेले में लगाई गई प्रदर्शनी, जैजूराना पर बनाई गई डाक्यूमेंट्री और ऑर्चिट्स ऑफ ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क पत्रिका का विमोचन किया।  अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ने कहा कि इस घाटी में पर्यटन विकास के लिए स्वर्गीय दिले राम शबाब के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है।
विश्व धरोहर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा मिलने के बाद तीर्थन घाटी में साल दर साल पर्यटकों की आमद में बढ़ोतरी हो रही है जिस कारण स्थानीय लोगों को पर्यटन के माध्यम से घर द्वार पर स्वरोजगार का अवसर मिल रहे है। इन्होंने कहा कि तीर्थन घाटी को इको टूरिज्म के लिए विकसित किया जाएगा जिसके लिए उचित धन का प्रावधान किया गया है।

पार्क निदेशक मीरा शर्मा ने बताया कि ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य और जैविक विविधता का अनुपम खजाना भरा पड़ा है। इस पार्क में वन्यजीवों, परिंदों और जड़ी बूटियों की अनेकों प्रजातियां आज भी पाई जाती है जो समूचे विश्व में दुर्लभ या बिलुप्त होने के कगार पर है इसलिए यह स्थल पर्यटकों, प्रकृति प्रेमियों अनुसंधानकर्ताओं , ट्रैकरों, पर्वतारोहियों और रोमांच प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है। अकादमिक सत्र में अजीत ठाकुर द्वारा इस विश्व धरोहर स्थल की अहमियत, चुनौतियां और इसके संरक्षण व संवर्धन के साथ ईको पर्यटन की संभावनाओं पर विस्तार से जानकारी दी गई । इन्होने बताया कि इतनी आसानी से इस स्थल को विश्व धरोहर का तगमा नहीं मिला है बल्कि कई वर्षों की लंबी प्रक्रिया के बाद 25 जुन सन् 2014 में ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क को विश्व धरोहर का दर्जा मिला था इसलिए अब इस धरोहर विरासत का संरक्षण एवं संवर्धन किया जाना जरूरी है।

विश्व धरोहर उत्सव-2023 के सफल आयोजन हेतु शाईरोपा रेंज मे तैनात वन परिक्षेत्र अधिकारी परमानंद और उनकी टीम ने अपनी बेहतरीन सेवाएं दी है। इन्होनें इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी लोगों का आभार जताया है।

Kullu Update
Author: Kullu Update

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