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इस फल में पाए जाते है पोषक तत्व , नियमित सेवन से मिलते हैं फायदे , आप भी जानें

लाइफस्टाइल (हेल्थ एंड फिटनेस ),फल अपने पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाने जाते हैं, यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को रोजाना कम से कम दो मौसमी फलों का सेवन जरूर करने की सलाह देते हैं। अनानास को कई कारणों से स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। विटामिन-सी और मैग्नीज के अलावा ये फल पोटेशियम, मैग्नीशियम और फोलेट का भी समृद्ध स्रोत है। सबसे खास बात, अनानास एकमात्र ज्ञात खाद्य स्रोत है जिसमें ब्रोमेलैन पाया जाता है। ये प्रोटीन को पचाने वाले एंजाइमों का एक संयोजन है। ब्रोमेलैन शरीर में भोजन को पचाने और अवशोषित करने को आसान बनाता है। इन्ही पोषक तत्वों के कारण अनानास को काफी पसंद किया जाता रहा है। अनानास से होने वाले फायदों को लेकर किए गए अध्ययनों में पाया गया है कि इसका नियमित सेवन पाचन और गठिया की समस्याओं के शिकार लोगों के लिए विशेष लाभप्रद हो सकता है।

पोषक तत्व से भरपूर ये फल :- अनानास पोषक तत्व और लाभकारी यौगिक के किसी खजाने से कम नहीं है। शोधकर्ताओं ने पाया कि अनानास खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, कैंसर के जोखिम को कम करने और सर्जरी के बाद रिकवरी में सुधार करने में भी मदद मिल सकती है। यह फल विटामिन-सी और मैंगनीज से भी भरपूर होता है। विटामिन-सी प्रतिरक्षा स्वास्थ्य, आयरन अवशोषण को बढ़ाने और संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक है, जबकि मैंगनीज एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रदान करता है और शारीरिक विकास और मेटाबॉलिज्म को ठीक रखने में सहायक है।

पाचन की समस्या से परेशान लोगों के लिए लाभकारी :- अनानास के सबसे ज्यादा लाभ पाचन स्वास्थ्य से संबंधित देखे गए हैं। ब्रोमेलैन एंजाइम के कारण इसके सेवन से पाचन से संबंधित कई दिक्कतों में लाभ मिल सकता है। ब्रोमेलैन प्रोटीन अणुओं को तोड़ता है, जिससे आपकी छोटी आंत उन्हें अधिक आसानी से अवशोषित कर पाती है। एक टेस्ट-ट्यूब अध्ययन में पाया गया कि ब्रोमेलैन पाचन ऊतकों में सूजन के मार्कर को भी कम करता है।
पाचन की समस्या से परेशान लोगों के लिए ये फल काफी लाभकारी हो सकता है।

गठिया की दिक्कत में भी मिलता है आराम :- गठिया के लक्षणों को कम करने में भी अनानास के सेवन को फायदेमंद माना जाता है। जोड़ों में सूजन-अकड़न की समस्या के कारण चलना-उठना भी कठिन हो जाता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि अनानास में मौजूद ब्रोमेलैन के एंटी-इंफ्लामेटरी गुण गठिया के सूजन और दर्द से राहत प्रदान कर सकते हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि ब्रोमेलैन की खुराक पीठ के निचले हिस्से में दर्द और ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षणों को कम करने का भी प्रभावी हो सकती है। ऑस्टियोआर्थराइटिस से पीड़ित लोगों में ब्रोमेलैन युक्त पाचन एंजाइम सप्लीमेंट से दर्द को सामान्य करने में उसी तरह से लाभ मिला जैसे गठिया की दवाओं से मिलता है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता में होता है सुधार :- अनानास का इस्तेमाल सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में भी किया जाता रहा है। इनमें कई तरह के विटामिन, खनिज और एंजाइम होते हैं, जिन्हें प्रतिरक्षा में सुधार करने और सूजन को कम करने के लिए जाना जाता है। एक शोध में पाया गया कि अनानास खाने वालों में वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण का जोखिम काफी कम था। साथ ही जिन बच्चों ने इस फल का सेवन किया उनमें रोग से लड़ने वाली श्वेत रक्त कोशिकाओं की मात्रा भी अधिक देखी गई। मसलन इम्युनिटी में सुधार के लिए भी इसे आहार का हिस्सा बनाया जा सकता है।

Kullu Update
Author: Kullu Update

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