हिमाचल अपडेट ,स्वच्छत भारत अभियान के अंतर्गत आरंभ किए गए ठोस कचरा प्रबंधन पर आज जनजातीय जिला किन्नौर में जिला विकास अधिकारी कार्यालय द्वारा कल्पा, निचार तथा पूह विकास खण्ड के प्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों के लिए आयोजित किए जा रहे पांच दिवसीय सामुदायिक सशक्तिकरण के प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया।
प्रशिक्षण शिविर की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा ने कहा कि इस प्रशिक्षण शिविर को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य किन्नौर जिला को पर्यावरण की दृष्टि से स्वच्छ व सुंदर बनाए रखने की दिशा में ठोस कचरा प्रबंधन का सुगम निपटान सुनिश्चित करना है। इसी के दृष्टिगत जिला के तीनों विकास खण्डों के प्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसके माध्यम से इन्हें ठोस कचरे के सही निपटान बारे प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
डॉ. अमित कुमार शर्मा ने बताया कि ठोस कचरा प्रबंधन पूरे विश्व सहित भारत में बहुत बड़ी समस्या का रूप ले चुका है। शहरीकरण, औद्योगिकरण और आर्थिक विकास के परिणामस्वरूप कूड़े-करकट की मात्रा अत्याधिक बढ़ गई है। जनसंख्या वृद्धि और लोगों के जीवन स्तर में सुधार से यह समस्या और भी जटिल हुई है। उन्होने बताया कि ठोस कचरे के निपटान के लिए रिसाईकिलंग, सफाई के लिए गड्डों की भराई, भस्मीकरण, खाद के रूप में कचरे का प्रयोग, कृमि संवर्धन एवं पायरोलिसिस जैसे उपायों के माध्यम से ठोस कचरा प्रबंधन सुनिश्चित हो सकता है। उन्होंने उपस्थित जनों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने कार्य क्षेत्र में लोगों को ठोस कचरा प्रबंधन के प्रति जागरूक करें ताकि हम सभी मिलकर जिला किन्नौर को स्वच्छ व सुंदर बनाए रख सकें।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक अधिकारी दीपक सानन ने जिला प्रशासन किन्नौर का इस प्रशिक्षण शिविर को आरंभ करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने उपस्थित जनों को ठोस कचरा प्रबंधन के निपटान बारे विस्तृत जानकारी प्रदान की।
प्रशिक्षण शिविर में कल्पा, निचार तथा पूह विकास खण्डों के 40 प्रतिनिधियों तथा समाजसेवियों ने भाग लिया।
इस दौरान भारत के प्रसिद्ध समाजसेवी सोमनाथ सेन व अजित कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।