कुल्लू अपडेट , बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र बजौरा में बागवानों को सोमवार से विभिन्न किस्मों के फलदार पौधों का वितरण शुरू हो गया है। इस बार सेब की नई वैरायटी का ए ग्रेड का एक पौधा 200 रुपये में मिलेगा, जबकि पिछली साल यही पौधा बागवानों को 150 रुपये में मिल रहा था। सेब का पौधा 50 रुपये महंगा हुआ है। बागवानों को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर मुहैया करवाए जाएंगे। बागवानी विभाग के पास भी इस साल कुल 1.80 लाख पौधों की डिमांड बागवानों ने की है। पौधों को बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र बजौरा से प्रदान किया जा रहा है, जिनका पहले दिन से वितरण शुरू हो गया है। बागवान खासकर नई वैरायटी के पौधों को लगाने में अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं। सेब जेरोमाइन रेडविल्लो, स्कारलेट, स्पर-2, सुपरचीफ, रेड गाला, रेमलेम गाला, अलिटमा गाला, गाला सेक आदि वैरायटी का ए श्रेणी का पौधा 200 रुपये में मिलेगा, जबकि बी श्रेणी का पौधा 150 रुपये में मिलेगा। इसके साथ ही सी श्रेणी के पौधे की कीमत 100 रुपये रखी गई है। नाशपाती का एक श्रेणी का पौधा 125 रुपये, जबकि बी श्रेणी का पौधा 80 रुपये में मिलेगा। प्लम, जापानी फल, अनार, कीवी और अखरोट के पौधे भी यहां पर बागवानों को मुहैया करवाए जाएंगे। बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र बजौरा के सहायक निदेशक डॉ. देवीना वैद्य ने कहा कि पौधों के रेट यूनिवर्सिटी लेबल पर तय होता है। सभी केंद्रों पर एक ही दाम पर पौधे बागवानों को दिए जा रहे हैं। बागवान केंद्र में आकर पौधे ले सकते हैं। उधर, बागवानी विभाग के उपनिदेशक बीएम चौहान ने कहा कि बागवानों की मांग के आधार पर पौधों का वितरण किया जाएंगे। उन्होंने कहा कि पौधे लेने के बाद बागवान अपने बगीचों में इन पौधों को लगा सकते हैं।