कुल्लू अपडेट , देवता मनु ऋषि 28 साल बाद नए रथ में विराजमान हुए। उपमंडल बंजार और आनी की सीमा पर स्थित धार्मिक स्थल गणसर में पूजा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चार दिन तक क्षेत्र में देव कारज चला। । देवता ने 28 साल बाद कारकूनों और हारियानों को नया रथ बनाने का आदेश दिया था। विगत वीरवार को देवता रात्रि 10:21 बजे पुराने रथ को त्याग नए रथ में विराजमान हुए। इसके बाद शुक्रवार सुबह देवता अपने मंदिर से हारियान क्षेत्र के दौरे पर लाव-लश्कर के साथ निकले। देवता ने शुक्रवार और शनिवार को अपने हारियान क्षेत्र का दौरा किया। रविवार को वापस मंदिर पहुंचे। देवता के कारदार चेतराम, गूर ज्वाला दास काईथ उत्तम राम ने कहा कि देवता मनु ऋषि साल 1995 में पुराने रथ में विराजमान हुए थे। इसके बाद देवता साल 2023 के अंत में नए रथ में विराजे हैं। उन्होंने कहा कि देव परंपरा का निर्वहन करते हुए देव कारज को निभाया गया है। चार दिनों तक देवता के हारियान क्षेत्र में उत्सव मनाया गया। देवता कांडी, सजबाड और कलवाड़ा आदि गांवों के लगभग 100 घरों में निमंत्रण पर भी गए और हारियानों और भक्तों को आशीर्वाद दिया।बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने भी देवता के नए रथ की प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शिरकत करके देवता का आशीर्वाद प्राप्त किया उन्होने कहा की प्रथम पुरुष प्रभु मनु महाराज जी के नव निर्मित रथ प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सजवाड़ गाँव में आज उपस्थित रहा। हमारी समृद्ध देव संस्कृति को प्रतिबिंबित करते इस देव कारज़ में देव परंपरा के सफल निर्वहन से पूरे क्षेत्र में उत्साह व उल्लास पूर्ण परिवेश बना है। इस रथ प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हज़ारों लोगों ने भाग लिया व प्रभु मनु महाराज जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होने कहा प्रभु कृपा से क्षेत्र में ख़ुशहाली बनी रहे