लाइफस्टाइल (हेल्थ एंड फिटनेस ), आंखें शरीर के सबसे नाजुक और महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जिसकी आपको विशेष ख्याल रखने की जरूरत होती हैं। हालांकि समय के साथ आंखों में कई प्रकार की दिक्कतें बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, आंखों को लेकर थोड़ी सी आसावधानी इसकी नाजुक मांसपेशियों को गंभीर क्षति पहुंचा सकती है, इससे आप अंधेपन के भी शिकार हो सकते हैं, इसलिए इस नाजुक अंग को लेकर विशेष सतर्कता बरतते रहना जरूरी है। आंखों की कुछ बीमारियों, संक्रमण या फिर चोट के कारण आपको दर्द की समस्या महसूस होती रह सकती है। आंखों में दर्द के साथ आमतौर पर कई अन्य लक्षण जैसे आंखों की लालिमा, खुजली, और सूजन की दिक्कत भी हो सकती है। अगर आपको भी कुछ समय से इस तरह की कोई दिक्कत हो रही हो तो किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें। अगर आपको आंखों में दर्द है, तो उसे यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि समय रहते आप इसका इलाज प्राप्त करें।
आंखों में दर्द और संक्रमण :- आंखों में दर्द, कुछ प्रकार की बीमारियों के कारण हो सकती है। कंजेक्टिवाइटिस (पिंक आई) इसका सबसे प्रमुख कारक है। इसके अलावा चोट की स्थिति के कारण भी आंखों की सतह क्षतिग्रस्त हो जाती है, जिससे दर्द हो सकता है। इंफेक्शन या प्रदूषण भी आंखों के लिए समस्याएं बढ़ाने वाली होती है। ये समस्याएं भले ही सामान्य हैं पर अगर इसपर ध्यान न दिया जाए या फिर डॉक्टरी सलाह से उपचार न किया जाए तो इससे आंखों की गंभीर बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है। अगर आपको भी कुछ समय से आंखों से संबंधित कोई समस्या हो रही है तो इसपर तुरंत ध्यान देना की जरूरत है।
क्यों होता है आंखों में दर्द :- आंखों में होने वाले दर्द के कई कारण हो सकते हैं। इसमें कुछ सामान्य और कुछ गंभीर मामले भी शामिल हैं। सामान्यतौर परदिनभर की मेहनत और थकान आंखों में अक्सर दर्द का कारण बन सकती है। इसके अलावा धूप में या अंधकार में अधिक समय बिताने से भी आंखों में सूजन और दर्द की दिक्कत बढ़ हो सकती है। धूल, रुखापन या एलर्जेन के कारण भी आंखों में सूजन पैदा हो सकती है जिससे दर्द और कई प्रकार की समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है। लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल का इस्तेमाल करने की वजह से भी कई लोगों में आंखों के दर्द की समस्या बढ़ती हुई देखी गई है। स्क्रीन टाइम बढ़ने को आंखों से संबंधित समस्याओं का प्रमुख कारण माना जाता है।
आंखों में संक्रमण को न लें हल्के में:- जब आप अपने हाथों से आंखों को रगड़ते हैं तो आंखों में वायरस, बैक्टीरिया प्रवेश करके संक्रमण बढ़ा सकते हैं। आंखों में संक्रमण की समस्या आमतौर पर हल्के दर्द, लालिमा और खुजली के साथ शुरू होती है और संक्रमण बढ़ने के साथ आंखों की मांसपेशियों को क्षति पहुंचा सकती है। इसलिए जरूरी है कि किसी भी संक्रमण को हल्के में न लें और समय रहते इसका उपचार प्राप्त करें। आंखें संवेदनशील अंग हैं जिसपर गंभीरता से ध्यान दिए जाते रहने की आवश्यकता होती है।
आंखों की सेहत को लेकर डॉक्टर की सलाह :- स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, आंखों में होने वाली कोई भी दिक्कत अगर लंबे समय तक बनी रहती है तो इसपर गंभीरता से ध्यान देना और इलाज प्राप्त करना आवश्यक हो जाता है। अधिकतर मामलों में आंखों की दिक्कतों में लोग खुद से ही दवा या आई ड्रॉप का उपयोग शुरू कर देते हैं, ये सबसे हानिकारक आदत है। बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के आंखों में किसी भी ड्रॉप को डालने से बचना चाहिए। आंखों को स्वस्थ रखने वाली चीजों का सेवन करें और समय-समय पर इसकी सफाई करते रहें।