आस्था अपडेट ,हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाता है। इस दिन सच्चे प्रेम के प्रतीक राधा रानी और श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। इस दिन उत्साह और जोश के साथ मथुरा में फूलों की होली खेली जाती है। मान्यता है कि फुलेरा दूज के दिन से ही मथुरा में होली की शुरुआत होती है। ऐसा कहा जाता है कि फुलेरा दूज के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने फूलों की होली खेलने की शुरुआत की थी। तभी से हर साल मथुरा में फुलेरा दूज का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। फुलेरा दूज को बहुत ही शुभ और मंगलकारी माना गया है। इस दिन विवाह और अन्य मांगलिक कार्य करना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे में चलिए जानते हैं इस साल फुलेरा दूज कब है और क्यों मनाया जाता है यह पर्व
फुलेरा दूज 2024 :- पंचांग के अनुसार इस साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत 11 मार्च को सुबह 10 बजकर 44 मिनट से हो रही है। इसका समापन अगले दिन 12 मार्च 2024 को सुबह 07 बजकर 13 मिनट पर होगा। उदया तिथि को देखते हुए फुलेरा दूज 12 मार्च को मनाई जाएगी।
राधा-कृष्ण की पूजा का मुहूर्त- 12 मार्च को सुबह 09 बजकर 32 मिनट से दोपहर 02 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त- शाम 06 बजकर 25 मिनट से शाम 06 बजकर 50 मिनट तक
फुलेरा दूज का महत्व
वैसे तो मथुरा में यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन यदि कोई मथुरा नहीं जा पाता है तो उसे घर पर रहकर ही भगवान कृष्ण की पूजा करनी चाहिए। साथ ही अपने इष्ट देव के साथ राधा-कृष्ण को अबीर-गुलाल अर्पित करना चाहिए। इस दिन रंगीन कपड़े का छोटा सा टुकड़ा श्रीकृष्ण की कमर पर बांध दिया जाता है, जो इस बात का संकेत है कि कृष्ण अब होली खेलने के लिए तैयार हैं।