हिमाचल न्यूज ,राज्यसभा चुनाव के साथ बदले सियासी हालात अब चुनावी जंग में अपना रंग दिखाएंगे। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू इन हालातों को सीधे भाजपा की धन बल की सियासत से जोड़कर चुनावी मैदान में हैं। उनका कहना है कि यह लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार के 15 महीने के काम पर भी जनता से संवाद होगा। सीएम का दो टूक कहना है कि यह विधायकों की खरीद-फरोख्त का बड़ा मामला है। हिमाचल की चुनावी जंग में निश्चित तौर पर यह बड़ा मुद्दा बनेगा। खरीद-फरोख्त या बिकने के आरोपों पर बागियों की ओर से लीगल एक्शन के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह उनका अधिकार है। हमारे पास तथ्य भी हैं और सुबूत भी। तभी विधायकों के बिकने की बात मजबूती से कर रहे हैं। जांच चल रही है, जल्द ही पूरी रिपोर्ट जनता के सामने होगी। चुनाव में हमारी लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है। सीएम सुक्खू ने कहा कि विधायकों की खरीद-फरोख्त से हटकर सरकार के 15 महीने के कामकाज को भी हम जनता के बीच रखेंगे। सरकार ने अनाथ बच्चों, विधवा महिलाओं के बच्चों, कर्मचारी व महिलाओं के सम्मान के लिए काम किया है। विकास के नए आयामों की नींव रखी है। हिमाचल 2027 में आत्मनिर्भर और 2032 में सबसे समृद्धशाली राज्य बनेगा।