कुल्लू अपडेट ,होटलियरज एसोसिएशन मणिकर्ण के अध्यक्ष किशन ठाकुर ने कहा है कि मणिकर्ण घाटी की सुरक्षा के लिए पार्वती नदी का तटीकरण 40 करोड़ रुपयों की लागत से हो रहा है। उन्होंने कहा कि सड़कों का पुनर्निर्माण भी प्रगति पर है। मणिकर्ण कसोल सड़क मार्ग का कार्य प्रगति पर है और जल्द ही इन सड़कों पर बसों को सुचारू रूप से चलाया जाएगा ये कहना है होटलियरज़ एसोसिएशन मनीकर्ण के अध्यक्ष किशन ठाकुर का। सोमवार को ढालपुर में स्थित प्रेस भवन में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए होटलियरज़ एसोसिएशन मनीकर्ण के अध्यक्ष किशन ठाकुर ने बताया कि सदी की सबसे बड़ी त्रासदी के दौरान क्षतिग्रस्त हुए मनीकर्ण कसोल सड़क मार्ग का कार्य प्रगति पर है और जोर शोर के साथ सड़कों के पुनर्निर्माण का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डुंखरा के आगे हिमालयन विलेज रिसॉर्ट के आगे एक वैकल्पिक सड़क मार्ग का निर्माण किया गया है जिसे मात्र 2 हफ्ते के भीतर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार की कोशिशों से इस के लिए 40 करोड़ का बजट दिया गया है, जिसमें से 43 लाख रुपये सड़कों के पेचवर्क के लिए इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ ही छारोड़ नाला, सेउन, छन्नीकोड, शारनी, डुंखरा ओर जरी में कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि जहां जहां से सड़कें धंस चुकी है वहां पर पहले नीचे की नदी की तरफ से तटीकरण का कार्य किया जाएगा ताकि सड़कों को मजबूती मिल सके। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही पेचवर्क ओर कुछ जगह पर सड़कों को चौड़ा करने का कार्य भी किया जा रहा है ओर इसके अलावा एनएचपीसी ने मनीकर्ण से बरशेनी तक के लिए पौने तीन करोड़ की धनराशि प्रदान की है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि डुंखरा सड़क मार्ग के लिए 3 करोड़ रुपये खर्च किया जा चुका है जबकि पूरी वैली में अब तक 6 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि डुंखरा के आगे अभी भी बसों को चलाने में दिक्कत पेश आ रही है और जल्द ही इन सड़कों पर वॉल्वो बसों को सुचारू रूप से चलाया जाएगा ताकि घाटी में पर्यटन को गति मिल सके