आस्था अपडेट ,हिंदू धर्म के अनुसार घर में तुलसी का पौधा लगाना पवित्र और शुभ माना गया है. मान्यता है कि तुलसी धन की देवी लक्ष्मी का स्वरूप है और तुलसी के पौधे में कई देवी देवताओं का वास होता है. घर में तुलसी के पौधे की सही देखभाल नहीं होने पर उसके मुरझा जाने का डर होता है जिसे अच्छा नहीं माना जाता है. आइए जानते हैं भगवान गणेश की भूख और तुलसी के पौधे से जुड़ी पौराणिक कथा और तुलसी के पौधे की सही देखभाल का तरीका .
भगवान गणेश की भूख और तुलसी के पत्ते :- पौराणिक कथा के अनुसार एकबार धन के देवता कुबेर को अपने धन संपत्ति का घमंड हो गया. उन्होंने भगवान शिव को परिवार के साथ भोजन पर आमंत्रित किया. भगवान शिव के समझाने पर उन्होंने कहा मेरे पास अकूत धन है. इसके बाद भगवान शिव ने पुत्र गणेश को भोजन करने के लिए कुबेर के घर भेज दिया. भोजन करने बैठे गणेश भगवान की भूख के आगे कुबेर का सारा खनाजा कम पड़ गया. परेशान होकर कुबेर ने भगवान शिव और माता पार्वती से रक्षा की गुहार लगाई. भगवान शिव और माता पार्वती ने उन्हें गणेश जी को तुलसी का पत्ता खिलाने की सलाह दी और इस तरह भगवान गणेश की भूख शांत हो गई.
तुलसी के पौधे की देखभाल :- तुलसी के पौधे में ज्यादा पानी देने से जड़ों में फंगस लगने का डर होता है. इसलिए पौधे के लिए सही तरह की मिट्टी जरूरी होती है. तुलसी लगाने के लिए 50 प्रतिशत गार्डन की मिट्टी में 20 प्रतिशत बालू और 10 प्रतिशत कोई भी वर्मी कंपोस्ट मिलाएं. इससे जड़ों में पानी ज्यादा देर नहीं टिकेगा और उसके खराब होने का डर नहीं रहेगा. तुलसी के पौधे को हमेशा थोड़े बड़े आकार के गमले में लगाना चाहिए. गमले में छेद होना जरूरी है ताकि आवश्यकता के ज्यादा पानी गमले में न रहे. तुलसी का पौधा उस पर आने वाले बीजों से आसानी से उगाया जा सकता है. बीजों को मिट्टी में छिड़क दें और कुछ ही समय के बाद उन बीजों से नए पौधे निकल आते हैं. कुछ हेल्दी पौधों को चुन कर गमले में लगा सकते हैं.