कुल्लू अपडेट , केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना देशहित में नहीं है, इससे भारतीय सेना कमजोर होगी। भूतपूर्व सैनिक लीग कुल्लू एवं लाहौल स्पीति के चेयरमैन सेवानिवृत्त बिग्रेडियर टीएस ठाकुर ने वीरवार को प्रेसवार्ता में कहा कि सरकार ने 2022 में इस योजना को लाया। इसमें सिर्फ चार साल के लिए भर्ती की जाती है। छह महीने की ट्रेनिंग दी जाती है। छह महीने में सैनिक की ट्रेनिंग नहीं हो सकती, सैनिक बनने के लिए कम से कम पांच साल चाहिए, तभी उसके अंदर देशभक्ति का जज्बा आएगा। जब भविष्य सुरक्षित नहीं है तो जवान कैसे जंग के मैदान में दुश्मन का मुकाबला कर सकेगा। अग्निवीर जब चार साल बाद लौटेगा तो उसके हाथ खाली होंगे।कहा कि भारत देश की सीमाएं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और चीन से जुड़ी हैं। सेना कमजोर होने की स्थिति में ये हमें आंखें दिखा सकते हैं। हिमाचल में अब तक दो अग्निवीर शहीद हुए हैं। उन्होंने मांग की कि अग्निवीर योजना को बंद किया जाए। इस दौरान सेवानिवृत्त कैप्टन तारा चंद ठाकुर, पूर्व सैनिक खेम चंद आदि मौजूद रहे।