हिमाचल अपडेट ,मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। सीएम ने पिछले साल आई सदी की भयंकर आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 9,042 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता जारी करने का आग्रह किया। आपदा के बाद केंद्रीय टीम ने इस नुकसान का आकलन किया था। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को प्राकृतिक आपदाओं के दृष्टिगत हिमाचल प्रदेश की संवेदनशीलता से अवगत करवाया। प्राकृतिक आपदाओं के प्रभावी प्रबंधन के लिए मंत्रालय के पास लंबित धनराशि जल्द जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने लाहौल-स्पीति में अंतरराज्यीय सीमा पर सरचू और शिंकुला में सरकारी भूमि पर अनधिकृत कब्जे पर उचित कार्रवाई की भी मांग उठाई।मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि यह मामला अभी भी मंत्रालय के पास लंबित है। इस वर्ष बरसात का मौसम शुरू होने के दृष्टिगत राज्य को इस धनराशि की तत्काल जरूरत है। उन्होंने यह भी बताया कि 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए राज्य को राज्य आपदा प्रतिक्रिया निधि यानी एसडीआरएफ के अंतर्गत मिलने वाली 61.07 करोड़ रुपये की धनराशि लंबित है। 15वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन और भूकंप के प्रभावी प्रबंधन के लिए प्रदेश को वित्तीय वर्ष 2021-2026 के लिए 200 करोड़ रुपये की राशि मिलनी है। उन्होंने एनडीआरएफ के अंतर्गत लंबित 60.10 करोड़ रुपये शीघ्र जारी करने का भी आग्रह किया।
125.84 करोड़ की विस्तृत परियोजना को शीघ्र स्वीकृति देने का अनुरोध :– मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण निधि के अंतर्गत मंत्रालय को प्रस्तुत 125.84 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना को शीघ्र स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया। उन्होंने राज्य में एनडीआरएफ परिसरों की स्थापना की आवश्यकता पर जोर दिया। मंडी, रामपुर और नालागढ़ में परिसरों का निर्माण कार्य आरंभ करने का अनुरोध किया। इस अवसर पर प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, आवासीय आयुक्त मीरा मोहंती भी उपस्थित थीं।