आस्था अपडेट ,सावन के माह को प्रेम और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। इस पावन महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने का विधान है। सावन के सोमवार को भगवान शिव और मंगलवार के दिन माता पार्वती की पूजा और व्रत किया जाता है। मंगला गौरी व्रत की शुरुआत 23 जुलाई 2024 से हो चुकी है। सावन का दूसरा मंगला गौरी व्रत 30 जुलाई यानी आज के दिन रखा जाएगा। इस दिन कुछ खास उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। साथ ही सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है और कुंवारी लड़कियों को उनका मनचाहा प्यार पति के रूप में प्राप्त होता है। तो आइए जानते हैं मंगला गौरी व्रत में किए जाने वाले उपायों के बारे में-
मंगला गौरी व्रत के उपाय :- मंगला गौरी व्रत के शुभ दिन पर एक मिट्टी का खाली पात्र बहते जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय को करने से विवाह में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं। साथ ही वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। मंगला गौरी व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद माता पार्वती की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करें। साथ ही माता को 16 श्रृंगार का सामान अर्पित करें। इस उपाय को करने से मां मंगला गौरी प्रसन्न होती हैं। साथ ही दांपत्य जीवन सुखमय रहता है। आज भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने के लिए बाद ब्राह्मणों को भोजन कराएं और जरूरतमंदों को दान करें। इस उपाय को करने से शिव जी और माता पार्वती की विशेष कृपा बनी रहती है।
मंगला गौरी व्रत के दिन माता पार्वती और भगवान शिव के मंत्रों और नामों का जाप करें। साथ ही उनके समक्ष घी का दीपक जलाएं। इस उपाय को करने से कुंडली में मौजूद मंगल दोष दूर होता है। मंगला गौरी का व्रत शादीशुदा और अविवावहित महिलाओं के लिए बहुत ही खास और शुभ माना जाता है। इस दिन शहद का दान करें और माता पार्वती को फल, मिठाई और खीर आदि चीजों का भोग लगाएं। इस उपाय को करने से शीघ्र विवाह के योग बनेंगे और वैवाहिक जीवन में चल रही सभी समस्याएं खत्म होंगी।