प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है, ‘हमारी प्रार्थनाएं वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित लोगों के साथ हैं, और केंद्र सरकार राहत कार्यों में सहयोग के लिए हरसंभव सहायता का आश्वासन देती है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हर तरह की सहायता और राहत कार्य के लिए राज्य सरकार के साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री ने आज केरल के वायनाड में हवाई सर्वेक्षण के बाद भूस्खलन प्रभावित इलाकों का दौरा किया और निरीक्षण किया।
प्रधानमंत्री ने प्राकृतिक आपदा में घायल हुए मरीजों से मुलाकात की और राहत शिविरों में रह रहे लोगों से बातचीत की। मोदी ने समीक्षा बैठक में आश्वस्त किया कि संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार और देश आपदा प्रभावित पीड़ितों के साथ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा विस्तृत ज्ञापन भेजा जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह वायनाड में बचाव कार्यों पर कड़ी नजर रख रहे हैं और अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन निधि पहले ही जारी की जा चुकी है और शेष राशि भी तुरंत जारी कर दी जाएगी।
मोदी ने कहा कि मौजूदा स्थिति से निपटने में सक्षम समस्त केंद्रीय एजेंसियों को सक्रिय कर दिया गया है और वे प्रभावित लोगों की मदद कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, राज्य पुलिस, स्थानीय चिकित्सा बल, एनजीओ और अन्य सेवाभावी संस्थाओं के कर्मियों की सराहना की, जो आपदाग्रस्त क्षेत्र में तुरंत पहुंच गए और इसके साथ ही उन्होंने खोज एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए।
मोदी ने प्रभावित लोगों, खासकर अपने परिजनों को खो चुके बच्चों की सहायता के लिए नई दीर्घकालिक योजनाएं बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने विश्वास जताया कि केंद्र की ओर से आवश्यक समस्त सहयोग के साथ राज्य सरकार इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
प्रधानमंत्री ने वायनाड के लोगों को आश्वासन दिया कि देश और केंद्र सरकार इस क्षेत्र में आजीविका बहाल करने में कोई भी कसर नहीं छोड़ेगी, चाहे वह घर हों, स्कूल हों, सड़क अवसंरचना हो या बच्चों का भविष्य हो।