केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार कल रायपुर में 17वें दिव्य कला मेले का उद्घाटन करेंगे। सप्ताह भर चलने वाला यह उत्सव विकलांग कारीगरों और उद्यमियों को सशक्त बनाने और उनकी प्रतिभा और रचनात्मकता का जश्न मनाने पर केंद्रित होगा। यह ऐतिहासिक कार्यक्रम भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
यह दिव्य कला मेला लगभग 20 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 100 से अधिक दिव्यांग कारीगरों, कलाकारों और उद्यमियों द्वारा बनाए गए उत्पादों की विविध श्रृंखला को प्रदर्शित करने के लिए तैयार है। यह घर की सजावट, जीवनशैली उत्पादों, परिधान, पर्यावरण-अनुकूल वस्तुओं, पैकेज्ड खाद्य पदार्थों और बहुत कुछ का एक अद्वितीय चयन लाएगा। आगंतुकों को इन हस्तनिर्मित सामानों को खोजने और खरीदने का अनूठा अवसर मिलेगा, इनमें से प्रत्येक उत्पाद अपने निर्माताओं की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और रचनात्मकता को दर्शाते हैं।
यह मेला सिर्फ एक बाजार से कहीं अधिक होगा और एक ही छत के नीचे ‘दिव्य कला शक्ति’ नौकरी मेलों और ऋण मेलों के माध्यम से देवयांगजनों को सशक्त बनाएगा। ऋण मेला जैसी पहल के माध्यम से, प्रतिभागियों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे वे अपना व्यवसाय बढ़ा सकेंगे और अधिक आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
यह कार्यक्रम दिव्यांग कलाकारों की प्रतिभा के उत्सव के रूप में भी काम करेगा, जिसमें दिव्य कला शक्ति सांस्कृतिक कार्यक्रम कलाकारों को संगीत, नृत्य और नाटक में अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
रायपुर का दिव्य कला मेला 2022 से देश भर में आयोजित होने वाले ऐसे आयोजनों की श्रृंखला में 17वां है। दिल्ली, मुंबई, भोपाल और गुवाहाटी जैसे शहरों में पिछले संस्करणों को बड़े पैमाने पर प्रशंसा मिली है, जिनमें से प्रत्येक ने कौशल विकास और बाजार प्रदर्शन के माध्यम से देवयांगजन को विकसित करने और सशक्त बनाने के इस बढ़ते आंदोलन में योगदान दिया है।