कुल्लू अपडेट,देवभूमि कुल्लू को देवताओं की घाटी माना जाता है। यहां होने वाली देव प्रथाओं को देखने लोग काफी दूर दूर से आते है। यहां देवी देवताओं के सम्मान में मेलों का आयोजन किया जाता है। मणिकर्ण घाटी के तलपीणी गांव में भी माता भागासिद्ध के सम्मान में शाउण मेला मनाया जा रहा है। शाउण मेले में माता भागासिद्ध के साथ माता चामुंडा, देवता जौड़ा नारायण और देवता जमलू शोभा बढ़ा रहे हैं। देवता जमलू मेले में दस साल बाद आए हैं। देवता मंगलवार शाम को लाव-लश्कर के साथ गांव पहुंचे।माता भागासिद्ध और देवता जमलू के भव्य देव मिलन के सैकड़ों श्रद्धालु गवाह बने। दस साल बाद मेले में निभाई गई परंपरा को देख हर कोई भावुक हो गया। शाउण मेले में देवी-देवताओं का देव मिलन, वाद्ययंत्रों की धुनों और स्वरलहरियों के बीच देव नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। मेले में एक साथ आराध्य देवी-देवताओं के दर्शन पाने के लिए जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं